Description
आजकल के समय में लिवर रोग की दवा ढूंढ पाना बहुत मुश्किल हो गया है, क्योंकि बाजार विभिन्न विभिन्न तरह के उत्पादों से भरा हुआ है। जिसमें से 100% सुरक्षित और असरदार उत्पाद ढूंढ पाना बहुत मुश्किल हो गया है, इसके साथ आप हर दवा को अपने ऊपर उपयोग करके नहीं देख सकते क्योंकि पहली बात तो यह संभव नहीं है, दूसरी बात कुछ दवा गंभीर दुष्प्रभाव भी दिखा सकती हैं। इसलिए आपको हमेशा हर्बल दवा का ही चयन करना चाहिए क्योंकि हर्बल दवा कभी कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखाती और शरीर के अंदर स्वाभाविक रूप से काम करती हैं।
Liver Bestie, लिवर रोग समाप्त करने की सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा पाचनतंत्र व लिवर को मजबूत करने में मदद करती है यह उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जिनको पेटदर्द , कब्ज और लिवर से संबंधित समस्याएं हैं जैसे कि खराब पाचन तंत्र, फैटी लीवर , लीवर में सूजन होना , लिवर सिरोसिस , नशे के कारण लिवर का खराब होना आदि।
लीवर रोग (Liver Disease) काफी तेज़़ी से फैल रही है। यह बीमारी लगभग हर उम्र के लोगों में देखने को मिलती है। एक अध्ययन के अनुसार भारत में हर साल लगभग 35 लाख लोग लीवर रोग का शिकार हो रही हैं। इसके साथ में विश्व स्वास्थ संगठन (World Health Organisation) के अनुसार यह भारत में लोगों की मौत होने के दस कारणों में शामिल है। इसके लक्षण देर से नजर आते हैं। कमजोरी महसूस होना लीवर रोग (liver disease) के शुरुआती लक्षणों में से एक है। इसके अलावा शरीर और आंखे पीली होना, पेट में दर्द और सूजन होना, उल्टी होना, स्किन में अधिक खुजली होना, भूख में कमी, सोचने और निर्णय लेने की क्षमता में कमी और अचानक वजन कम होने की समस्या हो सकती है।
क्या है लीवर रोग? (What is Liver Disease?)
लीवर मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होता है, जो पेट के दाई ओर और पसलियों के बीच में स्थित होता है। लीवर मुख्य रूप से कई सारे कार्यों जैसे भोजन को पचाना, शरीर से टॉक्सीन पदार्थों को बाहर निकालना, खून को शरीर के अन्य भागों में पहुंचाना इत्यादि को करता है। लेकिन जब लीवर इनमें से किसी भी कार्य को नहीं कर पाता है, तो उस स्थिति को लीवर रोग कहा जाता है।
इसके अलावा, लीवर रोग या लीवर की बीमारी से तात्पर्य ऐसी बीमारी से है, जो लीवर की कार्य क्षमता को प्रभावित करती हैं। लीवर रोग मुख्य रूप से कई प्रकार जैसे हेपिटाइटिस, लीवर का खराब होना, लीवर में सूजन होना इत्यादि होते हैं।
लिवर रोग (Liver diseases)
लीवर रोग मुख्य रूप से कई तरह के होते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
फैटी लीवर (Fatty Liver)– फैटी लीवर (Fatty Liver) से तात्पर्य ऐसी बीमारी से है, जब लीवर पर फैट या वसा के टिशू इकट्ठे हो जाते हैं जिससे विश्व भर लगभग 30 % लोग प्रभावित हैं।
पीलिया (Jaundice)– जिसमें शरीर और आंखों का रंग पीला हो जाता है। आमतौर पर, पीलिया की समस्या नवजात बच्चों को अधिक होती है। यदि इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह मौत का कारण भी बन सकता है।
लीवर कैंसर (Liver Cancer)– जब कैंसर के टिशू का निर्माण लीवर में हो जाता है, तो उसे लीवर कैंसर के नाम से जाना जाता है। लीवर में विभिन्न प्रकार के कैंसर हो सकते हैं, जिनमें से सबसे आम प्रकार हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा (Hepatocellular carcinoma) है।
हेपेटाइटिस A, B and C– यह लीवर रोग का अन्य प्रकार है, जो हेपेटाइटिस वाइरस के कारण होता है। यदि इसका समस्या का समय रहते इलाज नहीं किया जाए तो यह घातक रूप ले सकती है।
शराब के सेवन से लीवर का खराब होना– लीवर का खराब होना (Liver Disease), लीवर रोग का सबसे साधारण प्रकार है, यह उस स्थिति में होता है, जब लीवर सही से कार्य नहीं कर पाता है। लीवर के खराब होने की संभावना उन लोगों में अधिक रहती है, तो शराब का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं।
लीवर में सूजन होना– यह समस्या मुख्य रूप से जंग फूड खाने, तेल वाले भोजन करने इत्यादि के कारण होता है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति का पेट साफ नहीं होता है ।
लीवर सिरोसिस– जब किसी व्यक्ति के लीवर में कोशिकाएं समाप्त हो जाती हैं और उनके साथ में फाइबर कोशिकाओं उत्पन्न हो जाती हैं, तो उस स्थिति को लीवर सिरोसिस (liver cirrhosis) के नाम से जाना जाता है। इस समस्या का समाधान केवल लिवर प्रत्यारोपण या लिवर ट्रांसप्लांट के द्वारा ही संभव होता है।
लिवर रोग के लक्षण:
आंखे पीली होने, पेट में दर्द और सूजन होना, उल्टी होने, स्किन में अधिक खुजली होना, भूख में कमी, सोचने और निर्णय लेने की क्षमता में कमी और अचानक वजन कम होने की समस्या हो सकती है। अलग अलग लिवर रोगों के प्रकारों के अनुसार इसके लक्षण भी अलग अलग तरह के होते हैं।
लीवर रोग से बचाव कैसे करें? (Prevention of Liver Disease):
आप निम्नलिखित तरीकों को अपनाकर लीवर के रोग से बच सकते हैं-
शराब का सेवन न करना– लीवर के रोग शराब का अधिक सेवन करने से भी होते हैं, इसलिए इनसे बचने का सबसे आसान तरीका शराब का सेवन न करना है।
वजन को कायम करना– यदि कोई व्यक्ति लीवर के रोग से पीड़ित है तो उसे अपने वजन को नियंत्रित करना चाहिए ताकि उसके शरीर में शुगर स्तर और रक्तचाप का स्तर सामान्य रहें।
समय–समय पर दवाई लेना– दवाईयों का सेवन समय-समय पर करना चाहिए ताकि जल्दी से ठीक हो सके।
पौष्टिक भोजन करना– इससे पीड़ित व्यक्ति को अपने भोजन पर पूरा ध्यान रखना चाहिए और केवल पौष्टिक भोजन का ही सेवन ही करना चाहिए।
लिवर रोग का इलाज:
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एग्रीप्योर की Liver Besties कैप्सूल के अंदर मौजूद जड़ी–बूटियों की सूची–
- भूमि आंवला अर्क: रक्त शुद्धिकरण के लिए फायदेमंद है।
- कुटकी अर्क: वजन घटाने में मदद करता है।
- एलोवेरा अर्क: लिवर की सूजन कम करें व अन्य सम्बंधित समस्याओं में भी लाभदायक है।
- भांगरा अर्क: लिवर से संबंधित सभी रोगों में लाभकारी है।
- चिरायता अर्क: कफ, पित्त और वात में संतुलन बनाए रखने में सहायक है।
- मुलेठी अर्क: पेट और लिवर के लिए फायदेमंद है।
- सरफोंका अर्क: अपच तथा विष प्रभाव को कम करें।
- रेवन्द चीनी अर्क: कब्ज दूर करें और अंदरुनी घावों को भरता है।
- कासमर्द (कसौंदी) अर्क: कफ पित्त और वात नाशक और वीर्य वर्धक होता है।
- मकौय अर्क: भूख बढ़ायें और पीलिया को भी खत्म करता है।
- कासनी अर्क: पाचन शक्ति बढ़ता है
- पुनर्नवा अर्क: ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक है।
- पटोला अर्क: लिवर को खराब होने से बचाता है।
- पित्त पापड़ अर्क: लिवर के विभिन्न रोगों को ठीक करने में मदद करता है।
- अडूसा अर्क: लिवर की सूजन को कम करता है।
- चाभ अर्क: जठर सम्बंधी गतिशीलता को कंट्रोल करता है।
- बिंदाल अर्क: मांस पेशियों के दर्द को दूर करने में मदद करता है।
- करीरा अर्क: घाव, कफ और सूजन को खत्म करता है।
- शुंठी अर्क: लिवर की सूजन, आंतों के रोगों व गैस की समस्याओं में लाभदायक है।
कैप्सूल का सेवन कैसे करना हैं?
- बेहतर परिणाम पाने के लिए आपको रोजाना 2 कैप्सूल का सेवन करना है, 1 कैप्सूल सुबह नाश्ते के बाद और 1 कैप्सूल रात्रि भोजन के बाद।
- आप इस दवा को गुनगुने पानी या दूध के साथ ले सकते हैं।
- इस दवा के सेवन के साथ आपको किसी भी प्रकार का परहेज, जीवन शैली में बदलाव, या खान-पान में बदलाव, करने की आवश्यकता नहीं है।
- आपको बस यह दवा बिना एक भी दिन छोड़े, सकारात्मक मन के साथ लेनी है और हमेशा खुश रहना है।
क्यों एग्रीप्योर की Liver Bestie टैबलेट आपकी पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए असरदार आयुर्वेदिक दवा है?
जब बात पाचन शक्ति मजबूत करने की हो तब Liver Bestie का नाम सबसे पहले आता है।
हम अपने उत्पाद के सर्वोत्तम गुणवत्ता मानकों को कैसे सुनिश्चित करते हैं | हमारी पहली प्राथमिकता हमारे ग्राहकों की संतुष्टि है और यही कारण है हम अपने उत्पाद की गुणवत्ता के साथ कभी समझौता नहीं करते।
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हमारे सभी उत्पाद क्लिनिकली टेस्ट (Clinically Tested) होते हैं यह इस बात को सुनिश्चित करता है कि हमारे उत्पाद सेवन के लिए सुरक्षित है और कभी कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखाते।
हम आईएसओ 9001 सर्टिफाइड (ISO 9001 Certified) है यह इस बात को सुनिश्चित करता है कि हमारे उत्पाद की गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर की है।
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Final words: पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा Liver Bestie
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‘अपने स्वास्थ्य पर निवेश करते समय ज्यादा नहीं सोचना चाहिए।’
विश्वास रखिए इस दवा को खरीदने के बाद आप कभी पछतावा नहीं करेंगे।
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